(b) हंसियाकार कोशा रक्ताल्पता, दैहिक प्रकार की अनुवांशिक व्याधि है, जो हीमोग्लोबीन की $\beta$ शृंखला निर्यंत्रित करने वाले अमीनो अम्ल में उत्परिवर्तन के कारण होती है। इसमें ग्लूटेमाइन का वेलीन द्वारा विस्थापन होता है
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यदि किसी कारणवश मानव हृदय के त्रिवलन कपाट के कंडरा रज्जुओं को होने वाली किसी क्षति के कारण, हृदय अंशतः कार्यविहीन हो जाता है, तो उसका तात्कालिक प्रभाव क्या होगा?
मानवों में $ABO$ रक्त समूहों का नियंत्रण जीन $I$ द्वारा होता है। $-I^1 I^B$ तथा $i$ होते हैं। चूंकि तीन भिन्न ऐलील हैं इसलिए छः भिन्न जीनप्ररूप होने की संभावना होती है। बताइए कुल लक्षणप्ररूप कितने हो सकते हैं?
नीचे चार कथन (A-D) दिये जा रहे हैं, जिनका संबंध मानव रूधिर परिसंचरण तंत्र से है (A) शिराओं की तुलना में धमनियां अधिक मोटी दीवार वाली होती हैं एवं उनकी अवकाशिका संकीर्ण होती है (B) ऐंजाइना, छाती की तीव्र पीड़ा होती है जो मस्तिष्क में पूरा रक्त न पहुंच पाने के कारण होती है (C) $A B$ रक्त समूह वाले व्यक्ति $A B O$ तंत्र के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति को रक्तदान दे सकते हैं (D) रक्त-स्कंदन की प्रक्रिया में कैल्सियम आयनों की अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका होती है ऊपर दिये गये कथनों में से कौन से दो कथन सही है?