संधारित्र पर कुल आवेष सदैव ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ होता हैं।
Question Bank 2024-25
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स्वप्रयत्न
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    विधुत विभव का विमीय सूत्र ______________है।
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  • 2
    संधारित्रों के समान्तर क्रम समायोजन में तुल्य धारिता सदैव समायोजन में जुड़े सबसे अधिक मान के संधारित्र से भी ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ होती है।
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    विधुत द्विध्रुव को क्षेत्र की दिशा से 90° कोण घुमाने पर किया गया कार्य ___________होगा।
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  • 4
    यदि किसी विधुत क्षेत्र में किया गया कार्य पथ पर निर्भर नहीं करता है, तो उसे___________ विधुत क्षेत्र कहते हैं।
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  • 5
    जब परावैद्युत माध्यम आंषिक रूप से समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों के बीच भर दिया जाता है तो इसकी धारिता बढ़ जाती है परन्तु विभवान्तर ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ जाता हैं।
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  • 6
    बाह्य बल द्वारा किसी एकांक धनावेश को अनंत से किसी बिन्दु तक लाने में किया गया कार्य उस बिंदु पर ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ कहलाता है।
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  • 7
    विभव प्रवणता का विमीय सूत्र______________ है।
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  • 8
    ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ भौतिक राशि का मात्रक जूल / कूलाम है।
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  • 9
    चालक के आवेष ग्रहण करने की क्षमता को उसकी ‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾‾ कहते हैं
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  • 10
    समविभव पृष्ठ पर एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक ले जाने में किया गया कार्य________ होता है।
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