अभिक्रिया $C _{\text {(graphite) }}+ CO _2( g ) \rightarrow 2 CO _{( g )}$ के लिये $\Delta H$ तथा $\Delta S$ के मान क्रमशः $170 kJ$ तथा $170 JK ^{-1}$ हैं। यह अभिक्रिया स्वतः होगी:-
[2009]
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एक स्वचालित में होने वाली निम्न अभिक्रिया में
$
2 C _8 H _{18}( g )+25 O _2( g ) \longrightarrow 16 CO _2+18 H _2 O ( g )
$
$\Delta H , \Delta S$ तथा $\Delta G$ का चिन्ह हो सकता है:
गिब्स की मानक मुक्त ऊर्जा दी गई समावयवी अभिक्रिया सिस-2-पेन्टीन $\rightleftharpoons$ ट्रांस-2-पेन्टीन
के लिए $400 K$ ताप पर $-3.67 kJ /$ मोल है।
यदि ट्रांस-2-पेन्टीन को अभिक्रिया में और अधिक मिलाया जाय तो
$298 K$ ताप पर अमोनिया के उपचयन का मानक
एन्थैल्पी तथा मानक एन्ट्रॉपी परिवर्तन क्रमशः $-382.64$
तथा $-145.6 JK ^{-1} mol ^{-1}$ है। समान अभिक्रिया के
लिए $298 K$ पर मानक गिब्स ऊर्जा परिवर्तन है-
उष्माक्षेपी अभिक्रिया के लिये तापमान $T_1$ एवं $T_2$ पर साम्यावस्था स्थिरांक क्रमशः $K _{ p }$ और $K _{ p }^{\prime}$ है। यदि यह मान लें कि तापमान सीमा $T_1$ एवं $T_2$, के बीच अभिक्रिया की ऊष्मा स्थिर है। तो आसानी से प्रेक्षित है
निम्न प्रक्रमों पर विचार कीजिए।
$
\begin{array}{lc}
& \Delta H ( kJ / mol ) \\
1 / 2 A \rightarrow B & +150 \\
3 B \rightarrow 2 C + D & -125 \\
E + A \rightarrow 2 D & +350
\end{array}
$
For $B + D \rightarrow E +2 C , \Delta H$ will be :
हाइड्रोजन की आयनन ऊर्जा $1311 kJ Mol ^{-1}$ है तथा क्लोरीन के लिए यह $1256 kJ Mol ^{-1}$ है। हाइड्रोजन $H _{( aq )}^{+}$आयन का निर्माण करता है किन्तु क्लोरीन $Cl _{( aq )}^{+}$आयन का निर्माण नहीं करता है क्योंकि