(a) प्लेटीहेल्मिन्थीस में चपटे कृमि भी शामिल किये जाते हैं
1. सममिति द्विपार्श्व होती है।
2. देहगुहा नहीं होती। अतः जन्तु एसिलोमेट होते हैं। ऐनेलिड्स में भी द्विपार्श्व सममिति होती है। वे देहगुहा (सीलोम) युक्त होते हैं जिसमें पेरीविसरल गहा होती है जो भागों में बंटी होती है।