अन्य इतिहासकारों ने भारतीय इतिहास को प्राचीन काल, मध्य काल तथा आधुनिक काल में बाँटा है। इस विभाजन की निम्न समस्याएँ हैं-
(1) इतिहास को इन काल - खण्डों में बाँटने का यह तरीका भी पश्चिम से ही लिया गया है।
(2) पश्चिम में आधुनिक काल को विज्ञान, तर्क, लोकतन्त्र, मुक्ति तथा समानता आदि तत्त्वों से युक्त माना जाता है जबकि उनके अनुसार मध्यकालीन समाज में ये विशेषताएँ नहीं थीं।
(3) अंग्रेजों के शासन में, जिसे आधुनिक काल कहा जाता है, भारत में लोगों के पास न तो समानता, स्वतन्त्रता तथा आजादी ही थी, न ही यह आर्थिक विकास और प्रगति का दौर था।