(a) अर्द्धसूत्री विभाजन की खोज जर्मन जीव वैज्ञानिक ऑस्कर दर्टविंग ने की थी। इस प्रक्रिया में एकल कोशिका का विभाजन दो बार होता है जिसके फलस्वरूप चार कोशिका का निर्माण होता है जिसमें जनक कोशिका की तुलना में जेनेटिक द्रव्य मात्र आधा ही रड जाता है। नर में शुकाणु तथा मादा में अण्डाणु इसके उदाइरण हैं। संकरण की प्रक्रिया में दो गुणसतत्र आपस में अपने DNA के बादरी भाग का विनिमय करते हैं। अर्द्धसूत्री विभाजन के प्रोफेज I के पैकिटीन अवस्था में यद प्रक्रिया घटित होती है ।