(a) जीवाणुओं द्वारा कार्बनिक कचरा को नष्ट करने के लिए ऑक्सीजन की जिस मात्रा की आवश्यकता होती है उसे जैविक ऑक्सीजन मांग (BOD) कहते हैं। जब जीवाणुओं को अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है तो इसका अर्थ है कि वहां अधिक कार्बनिक व्यर्थ है। शुद्ध पेयजल में यह मांग 1 पी. पी. एम से कम और औद्योगिक व नगरीय कचरे में यह 10 पी. पी. एम. से अधिक नहीं होनी चाहिए। दिल्ली में यमुना नदी की जैविक-ऑक्सीजन मांग लगभग 1000 पी. पी. एम. है।