प्रथम एवं द्वितीय विश्व के साथ सड़कों का विकास शुरू हुआ लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत में सड़क मार्ग का तेजी से विकास हुआ है, वर्तमान में विकास कई गुणा अधिक हुआ है। 1947-48 ई. में भारतीय सड़कमार्ग की कुल लम्बाई 3.48 लाख किमी. थी जो वर्तमान समय में 18 लाख किमी. है। इनमें से करीब 8 लाख किमी. पक्की सड़कें हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रति 100 वर्ग किमी. पर 62 किमी. एवं 1 लाख जनसंख्या पर 243 किमी. लम्बी सड़कें हैं।
जहाँ तक प्रादेशिक वितरण का प्रश्न है वह अत्यन्त ही असमान है। सामान्यतः दक्षिण भारत में सड़कों का विकास अधिक हुआ है। सड़कों की सर्वाधिक लम्बाई महाराष्ट्र में है। अतः इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि भारत में सड़कों का विकास तेजी से हो रहा है।