भारत में संवर्द्धन वृक्षारोपण के प्रभाव-पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार भारत के अनेक क्षेत्रों में संवर्द्धन वृक्षारोपण से पेड़ों की दूसरी जातियाँ खत्म हो गईं। यथा सागवान के एकल रोपण से दक्षिण भारत में अन्य प्राकृतिक वन नष्ट हो गये और हिमालय में चीड़ पाईन के रोपण से हिमालयन ओक तथा रोडोडेंड्रोन वनों का नुकसान हुआ।