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एक 44 mH का प्रेरित्र 220 V, 50 Hz आपूर्ति से जोड़ा गया है। परिपथ में धारा के rms मान को ज्ञात कीजिए।.तथा एक पूरे चक्र की अवधि में प्रत्येक परिपथ में कितनी नेट शक्ति अवशोषित होती है? अपने उत्तर का विवरण दीजिए।
440 V पर शक्ति उत्पादन करने वाले किसी विद्युत संयंत्र से 15 किमी. दूर रिथत एक छोटे से कस्थे में 220 V पर 800 kW शक्ति की आवश्यकता है। विद्युत शक्ति ले जाने वाली दोनों तार की लाइनों का प्रतिरोध 0.5 $\Omega$ प्रति किलोमीटर है। कस्बे को उप-स्टेशन में लगे 4,000 - 220 V अपचयी ट्रांसफार्मर से लाइन द्वारा शक्ति पहुँचती है।
ऊष्मा के रूप में लाइन से होने वाली शक्ति के क्षय का आकलन कीजिए।
संयंत्र से कितनी शक्ति की आपूर्ति की जानी चाहिए, यदि क्षरण द्वारा शक्ति का क्षय नगण्य है।
संयंत्र के उच्चायी द्रांसफार्मर की विशेषता बतलाइए।
एक परिपथ को जिसमें 80 mH का एक प्रेरक तथा 60 $\mu$ F को संधारित्र श्रेणीक्रम में हैं, 230 V, 50 Hz की आपूर्ति से जोड़ा गया है। परिपथ का प्रतिरोध नगय है। प्रतिरोध 15 W है। परिपथ के हर अवयव को स्थानान्तरित माध्य शक्ति तथा सम्पूर्ण अवशोषित शक्ति को परिकलित कीजिए।
30 $\mu$F का एक आवेशित संधारित्र 27 mH के प्रेरित्र से जोड़ा गया है। संधारित्र पर प्रारम्भिक आवेश 6 mC है। प्रारम्भ में परिपथ में कुल कितनी ऊर्जा संचित होती है। बाद में कुल ऊर्जा कितनी होगी?
एक प्रयुक्त वोल्टता संकेत एक dc वोल्टता तथा उच्च आवृत्ति के एक ac वोल्टता के अध्यारोपण से निर्मित है। परिपथ एक श्रेणीबद्ध प्रेरक तथा संधारित्र से निर्मित है। दर्शाइए कि dc संकेत C तथा ac संकेत L के सिरे पर प्रकट होगा।