(c) कणिकामय अन्तःप्रद्रव्यी जलिका कोशाद्रव्य में बिखरी हुई सूक्ष्म जालिकावत् रचनाएं होती हैं तथा इसके बाहरी सतह पर राइबोसोम्स होते हैं। इनका संबंध प्रोटीन के संश्लेषण तथा स्रावण से होता है। इनका विस्तार तथा अविरलता केन्द्रक के बाहरी झिल्ली के साथा होती है।