चल कुण्डली धारामापी में प्रवाहित धारा I और विक्षेप $\theta$ में सम्बन्ध है -
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$I \propto \theta$
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Similar Questions

  • 1
    अनन्त लम्बाई के एक तार में I धारा प्रवाहित हो रही है। तार से लम्बवत् दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र B है। अग्र में से कौनसा सम्बन्ध सही है-
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  • 2
    किसी सीधे तार को पूर्व-पश्चिम दिशा के अनुदिश क्षैतिजतः रखा गया है। यदि इस तार से पूर्व से पश्चिम दिशा में कोई अचर धारा प्रवाहित की जाए, तो बिंदु पर तार के ऊपर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा किस ओर होगी?
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  • 3
    एक वृत्ताकार कुण्डली में प्रवाहित धारा के कारण इसके केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र $B_0$ है। इसी कुण्डली के अक्षीय बिन्दु पर, इसकी त्रिज्या के बराबर दूरी पर चुम्बकीय क्षेत्र B है तो $\frac{ B _0}{B}$ का मान होगा -
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  • 4
    किसी वृताकार धारावाही चालक के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का मान होता हे-
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  • 5
    एकदिशीय धारा वाले दो समान्तर चालकों के बीच आकर्षण बल लगने का कारण है-
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  • 6
    एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र B में एक इलेक्ट्रॉन नियत वेग से घुम्बकीय क्षेत्र के समान्तर गति करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल है-
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  • 7
    यदि किसी आवेशित कण का आरम्भिक वेग चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् है तो उसका पथ होगा
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  • 8
    दो लम्बे सीधे तार समान्तर रखे गये हैं और उनके मध्य दूरी 2R है तथा प्रत्येक तार में विपरीत दिशा में धारा बह रही है। दोनों के मध्य एक विन्दु पर, जिसकी दूरी प्रत्येक तार से R है. चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण है-
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  • 9
    चुम्बकीय क्षेत्र गतिषील आवेष से उत्पन्न हो सकता है-
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  • 10
    एक इलेक्ट्रॉन r त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर n चक्कर प्रति सेकण्ड की दर से परिक्रमण करता है। इलेक्ट्रॉन का चुम्बकीय आघूर्ण होगा -
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