दो तत्व $A$ एवं $B$ मिलकर $AB_2$ एवं $AB_4$ सूत्र वाले दो यौगिक बनाते हैं। $20\ g$ बेन्जीन में घोलने पर $1\ g\ AB_2$ हिमांक को $2.3\ K$ अवनमित करता है। जबकि $1.0 g\ AB_4$ से $1.3\ K$ का अवनमन होता है। बेन्जीन के लिए मोलर अवनमन स्थिरांक $5.1\ K\ kg\ mol^{-1}$ है। $A$ एवं $B$ के परमाणवीय द्रव्यमान की गणना कीजिए।
Exercise - 2.21
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350 K पर शुद्ध द्रवों A एवं B के वाष्पदाब क्रमशः 450 एवं 750 mm Hg हैं। यदि कुल वाष्पदाब 600 mm Hg हो तो द्रव मिश्रण का संघटन ज्ञात कीजिए। साथ ही वाष्प प्रावस्था का संघटन भी ज्ञात कीजिए।
$100\ g$ द्रव $A ($मोलर द्रव्यमान $140\ g\ mol^{-1}$ को $1000\ g$ द्रव $B ($मोलर द्रव्यमान $180\ g\ mol^{-1}$ में घोला गया। शुद्ध द्रव $B$ का वाष्प दाब $500\ Torr$ पाया गया। शुद्ध द्रव $A$ का वाष्प दाब तथा विलयन में उसका वाष्प दाब परिकलित कीजिए यदि विलयन का कुल वाष्प दाब $475\ Torr$ हो।
$114\ g$ ऑक्टेन में किसी अवाष्पशील विलेय $($मोलर द्रव्यमान $40\ g \ mol^{-1})$ की कितनी मात्रा घोली जाए कि ऑक्टेन का वाष्प दाब घट कर मूल का $80\%$ रह जाए।
$222.6\ g$ एथिलीन ग्लाइकॉल$, C_2H_4(OH)_2$ तथा $200\ g$ जल को मिलाकर प्रतिहिम मिश्रण बनाया गया। विलयन की मोललता की गणना कीजिए। यदि विलयन का घनत्व $1.072\ g\ mL^{-1}$ हो तो विलयन की मोलरता निकालिए।
$298\ K$ पर शुद्ध जल का वाष्पदाब $23.8\ mm\ Hg$ है। $850\ g$ जल में $50\ g$ यूरिया $(NH_2CONH_2)$ घोला जाता है। इस विलयन के लिए जल के वाष्पदाब एवं इसके आपेक्षिक अवनमन का परिकलन कीजिए।
$CH_2FCOOH$ के $19.5\ g$ को $500\ g\ H_2O$ में घोलने पर जल के हिमांक में $1.0 ^\circ C$ का अवनमन देखा गया। फ्लुओरोएसीटिक अम्ल का वान्ट हॉफ गुणक तथा वियोजन स्थिरांक परिकलित कीजिए।
$2\ g$ बेन्ज़ोइक अम्ल $25\ g$ बेन्जीन में घोलने पर हिमांक में $1.62\ K$ का अवनमन होता है। बेन्जीन के लिए मोलल अवनमन स्थिरांक $4.9 K \ kg mol^{-1}$ है। यदि यह विलयन में द्वितय $($dimer$)$ बनाता है तो अम्ल का संगुणन कितने प्रतिशत होगा$?$