(d) थायरॉयड में, हार्मोन का संश्लेषण सामान्य दर से होने के लिए आयोडीन आवश्यक होता है। हमारे आहार में आयाडीन की कमी से हाइपोथायरायाडज्म तथा थायरायड ग्रंथि में वृद्धि हो जाती है जिसे घंंघा रोग कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान हाइपोथायरायडिज्म (अल्प स्रावण) होने पर गर्भ में पल रहे शिशु का विकास बाधित होता है जिसके फलस्वरूप जड़ वामनता, बुद्धिहीनता, निम्न बुद्धिलब्धता असामान्य त्वचा तथा बहरापन आदि रोग हो जाते हैं।