(a) हम जानते है कि स्थर वैद्युत बल विपरीत आवेश वाले आयनों को बांध कर रखता है तथा जो एक परमाणु से दूसरे परमाणु में इलेक्ट्रान के स्थानान्तरण के कारण बनते है, आयनिक आबंध कहलाते है। हम यह भी जानते है कि धनायन तथा ऋणायन विपरीत आवेशित कण है जो क्रिस्टल में आयनिक आबंध बनाते है।