एक क्षार $BOH$ का $25^{\circ} C$ ताप पर वियोजन स्थिरांक
$1.0 \times 10^{-12}$ है। क्षार के $0.01 M$ जलीय विलयन में $OH ^{-}$आयन की सान्द्रता निम्नलिखित होनी चाहिए:
[2005]
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एक $AB _2$ गैस की वियोजन साम्यावस्था को इस प्रकार अभिव्यक्त किया जा सकता है?
$2 AB _2( g ) \rightleftharpoons 2 AB ( g )+ B _2( g )
$
वियोजन की डिग्री $x ^{\prime}$ है तथा 1 की तुलना में इसका मान नगण्य है। वह व्यंजक जो वियोजन डिग्री के साम्य स्थिरांक $K _{ p }$ तथा कुल दाब $P$ के साथ सम्बंधित होता है, होगा:
एक बफर विलयन तैयार किया जाता है जिसमें $NH _3$ की सान्द्रता $0.30 M$ तथा $NH _4{ }^{+}$की सान्द्रता $0.20 M$ है। यदि $NH _3$ के साम्य स्थिरांक $K _{ b }$ का मान $1.8 \times 10^{-5}$ है तो इस विलयन के $pH$ का मान क्या है? $(\log 2.7=0.433)$.
गुणात्मक विश्लेषण में, ग्रुप I की धातुओं को क्लोराइड लवण के रूप में अवक्षेपित करके अन्य आयनों से पृथक किया जा सकता है। एक विलयन में प्रारम्भ में $Ag ^{+}$तथा $Pb ^{2+}$ आयन हैं जिनकी सान्द्रता $0.10 M$ है। इस विलयन में जलीय $HCl$ तब तक मिलाया जाता है जब तक कि $Cl ^{-}$की सान्द्रता $0.10 M$ नहीं हो जाती। $Ag ^{+}$तथा $Pb ^{2+}$ आयन की सान्द्रताएं साम्य पर क्या होगी?
$\left( AgCl\right.$ के लिए $K _{ sp }=1.8 \times 10^{-10}$ तथा $PbCl _2$ के लिए [2011 $K _{ sp }=1.7 \times 10^{-5}$ )
यदि $N _2( g )+ O _2( g ) \rightleftharpoons 2 NO ( g )$ का साम्यावस्था
रिथरांक $K$ है, तब $\frac{1}{2} N _2( g )+\frac{1}{2} O _2( g ) \rightleftharpoons NO ( g )$ का साम्यावस्था स्थिरांक होगा :