एक मिश्रित ईथर जिसमें प्राथमिक या द्वितीयक ऐल्किल समूह उपस्थित हैं, की एक मोल $HI$ से क्रिया कराने पर आयोडाइड आयन $(1)$ कौनसे ऐल्किल समूह से जुड़ता है तथा क्यों?
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प्राथमिक या द्वितीयक ऐल्किल समूह युक्त मिश्रित ईथर की क्रिया $HI$ के साथ कराने पर आयोडाइड आयन कम प्रतिस्थापित कार्बन या छोटे ऐल्किल समूह पर जुड़ता है क्योंकि इस अभिक्रिया की क्रियाविधि $S_N2$ होती है जिसमें संक्रमण अवस्था बनती है। आयोडाइड के बड़े आकार के कारण यह बड़े या अधिक प्रतिस्थापित ऐल्किल समूह से नहीं जुड़ता क्योंकि उस पर त्रिविम विन्यासी बाधा के कारण प्रतिकर्षण होता है।
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एक कार्बनिक यौगिक $X \ce{(C4H{10}O)}$ की $\text{HCI}$ से क्रिया कराने पर यौगिक $Y \ce{(C4H9CI)}$ बनता है जिसके अपचयन से ब्यूटेन प्राप्त होता है। यौगिक $X$ के ऑक्सीकरण से पहले एक कार्बोनिल यौगिक $(Z)$ प्राप्त होता है इसके पश्चात् उतने ही कार्बन का कार्बोक्सिलिक अम्ल $(P)$ बनता है $\text{। X, Y, Z}$ तथा $P$ का सूत्र बताइए तथा अभिक्रिया अनुक्रम भी लिखिए।
एक कार्बनिक यौगिक आयोडोफॉर्म परीक्षण देता है तथा यह सोडियम धातु के साथ क्रिया करके हाइड्रोजन गैस भी देता है तथा इसके ऑक्सीकरण का अन्तिम उत्पाद एथेनॉइक अम्ल है तो यह यौगिक कौनसा है? समीकरणों सहित व्याख्या कीजिए।