(a) एक स्वनिषेचित त्रिसंकरित पौधा 8 विभिन्न युग्मक व 64 विभिन्न युग्मनज बनाता है। त्रिसंकरित पादप का जीनरूप $AaBbCc$ होता है। बनने वाले युग्मकों की संख्या $=2^{ n }=2^3=8$ यहां $n =$ विषमयुग्मता की संख्या = इनकी संख्या 3 है। बनने वाले युग्मनजों की संख्या $=8^2=64$
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
फलमक्खी के $X$-गुणसूत्र के सहलग्न मैप (नक्शे) में 66 इकाइयां होती हैं, यहाँ पीत देह जीन (4) एक सिरे पर जबकि बोण्ड बाल (6) जीन दूसरे पर होता है। इन दोनों जीनों $Y$ तथा $( b )$ के बीच पुनर्संयोजन आवृत्ति होनी चाहिए-
ऐन्टिराइनम के दो पौधों, (दोनों गुलाबी फूलों वालों) के बीच संक्रमण कराया गया। $F_1$ पौधों में लाल, गुलाबी तथा सफेद् पुष्प 1 लाल, 2 गुलाबी तथा 1 सफेद पुष्प के अनुपात में बनते पाये गए। संकरण में उपयोग में लाये गए दो पौधों का जीनप्ररूप क्या रहा होगा? पुष्प के लाल रंग का निर्धारण $RR$ जीन तथा सफेद रंग का निर्धारण $rr$ जीन करते हैं।
एक हरी फली वाले शुद्ध लम्बे मटर के पौधे एवं पीली फली युक्त शुद्ध छोटे पौधे के बीच संकरण कराने पर $F _2$ पीढ़ी में कुल 16 में से कितने छोटे पौधे प्राप्त होंगे-