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एक विशेष ताप पर, अभिक्रिया $2 SO _2( g )+ O _2( g ) \rightleftharpoons 2 SO _3( g )$ के लिए साम्य स्थिरांक का मान 278 दिया गया है। उसी ताप पर निम्न अभिक्रिया $SO _3( g ) \rightleftharpoons SO _2( g )+\frac{1}{2} O _2( g )$ के
यदि $K _1$ तथा $K _2$ अभिक्रिया (1) तथा (2) में क्रमशः साम्यावस्था स्थिरांक हैं
$
N _2( g )+ O _2( g ) \rightleftharpoons 2 NO ( g )
$
$NO ( g ) \rightleftharpoons \frac{1}{2} N _2( g )+\frac{1}{2} O _2( g )$ तो
अभिक्रिया:
$
2 A _{( g )}+ B _{( g )} \rightleftharpoons 3 C _{( g )}+ D _{( g )}
$
$A$ तथा $B$ दोनों के ही $1.00 M$ की प्रारम्भिक सान्द्रता से आरम्भ की जाती है। जब साम्य पहुँच जाता है तब $D$ की सान्द्रता नापी जाने पर $0.25 M$ पायी जाती है। इस अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक के मान को निम्न व्यंजक से दिया जायेगा:
एक विलयन $0.20 M CH _3 COONa$ और $0.10 M$
$CH _3 COOH$ से बना है। इसमें $\left[ H ^{+}\right] mol / L$ में क्या है?
$CH _3 COOH$ के लिये $K_{ a }=1.8 \times 10^{-5}$