(i) ऐसी दो विधियाँ बताइए जिनसे $> C = O$ समूह $> CH _2$ में परिवर्तित हो जाता है। (ii) ऐल्डिहाइडों के शोधन में सोडियम बाइसल्फाइट का प्रयोग क्यों किया जाता है?
Download our app for free and get started
(i) क्लीमेन्सन अपचयन तथा वोल्फ किश्नर अपचयन द्वारा $> C = O$ समूह $> CH _2$ में परिवर्तित हो जाता है। (ii) ऐल्डिहाइड सोडियम बाइ सल्फाइट $( NaHSO _3)$ से क्रिया करते हैं लेकिन अन्य अशुद्धियाँ नहीं, अतः अशुद्ध ऐल्डिहाइड की $NaHSO _3$ से क्रिया द्वारा प्राप्त श्वेत ठोस का जल अपघटन करके शुद्ध ऐल्डिहाइड प्राप्त कर लिया जाता है।
Download our app
and get started for free
Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*
फ्लुओरीन की विद्युतऋणता, क्लोरीन की विद्युतऋणता से अधिक होती है फिर भी p-क्लोरोबेन्जोइक अम्ल की अम्लीय प्रबलता p-फ्लुओरोबेन्जोइक अम्ल से अधिक होती है क्यों?