जब सिलिकॉंन में आर्सेनिक की अशुद्धता मिला दी जाए तो यह बनेगा
[1996]
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(a) आर्सेनिक के बाह्य शैल में 5 इलेक्ट्रोंन हैं। जबकि सिलिकान टैट्रावेलेन्ट है। अतः जब सिलिकॉन में आर्सेनिक अशुद्धि रूप में मिलाया जाता है तो यह $n$-प्रकार अर्द्धचालक बनता है।
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