(d) मल-जल को वाहित करने से कार्बनिक प्रदूषक जल स्रोतों तक पहुँच जाते हैं। इन कार्बनिक प्रदूषकों से शैवालों की वृद्धि को प्रोत्साहन मिलता है। जब सतह पर शैवाल की वृद्धि बहुत अधिक हो जाती है तो निमग्न जलीय पौधों तक सूर्य प्रकाश नहीं पहुँच पाता है जिस कारण उनकी मौत हो जाती है। मृत शैवाल और पादप शरीरों के अपघटन में ऑक्सीजन की भी खपत होती है फलस्वरूप ऑक्सीजन के लिए प्रतियोगिता प्रारंभ हो जाती है।