i. ट्राइमेथिल एमीन में मेथिल एमीन की तुलना में त्रिविम विन्यासी बाधा अधिक है। अतः नाइट्रोजन द्वारा इलेक्ट्रॉन देने की प्रवृत्ति कम हो जाती है।
ii. ट्राइमेथिल एमीन में एक हाइड्रोजन होने से विलायक संकरण (एक हाइड्रोजन बंध) द्वारा कम होता है, जबकि मेथिल एमीन में तीन हाइड्रोजन होने से विलायक संकरण प्रभाव अधिक होता है।