(c) टोडों में एक जोड़ी बड़ी पेरोटिड ग्रन्थियां पायी जाती हैं जो टिमपेना की पीछे होती हैं। वे दुग्धरूपी विषैला द्रव उत्पन्न करती हैं, स्टेटोसिस्ट नामक अंग साम्यावस्था स्थापित करने व संवेदी अनुभूति के लिए होते हैं जो श्रृंगिकाओं के आधार पर स्थित होते हैं। यकृत कृमि में ज्वाला कोशिकाएं उत्सर्जन अंग होती हैं।