किसी अभिक्रिया के वेग स्थिरांक तथा अभिक्रिया वेग में तीन अन्तर बताइए ।
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वेग स्थिरांक तथा अभिक्रिया वेग में निम्नलिखित अन्तर होते हैं$-$
$(i)$ वेग स्थिरांक वह वेग है जब सभी अभिकारकों की सान्द्रता इकाई हो लेकिन इकाई समय में किसी अभिकारक या उत्पाद की सान्द्रता में होने वाला परिवर्तन अभिक्रिया वेग होता है।
$(ii)$ वेग स्थिरांक अभिकारकों की सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता जबकि अभिक्रिया का वेग सान्द्रता के समानुपाती होता है।
$(iii)$ वेग स्थिरांक का मात्रक अभिक्रिया की कोटि पर निर्भर करता है जबकि वेग का मात्रक mol $L^{-1}s^{-1}$ है। अर्थात् यह निश्चित होता है।
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ताप में 350 K से 400 K तक वृद्धि करने पर किसी अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। इस अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा की गणना यह मान कर कीजिये कि इसका मान ताप के साथ परिवर्तित नहीं होता है।
प्रथम कोटि की गैसीय अभिक्रिया A (g) → B(g) + C(g) के लिए वेग नियतांक के सूत्र $k=\frac{2.303}{t} \log \frac{P_i}{\left(2 P_i-P_t\right)}$ की व्युत्पत्ति कीजिए।
एक अभिक्रिया A के प्रति प्रथम एवं B के प्रति द्वितीय कोटि की है। (1) इस अभिक्रिया के लिए अवकल वेग समीकरण लिखिए। (2) B की सांद्रता 3 गुनी करने पर वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा। (3) A व B दोनों की सांद्रता दुगुनी करने से वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया को 50% पूर्ण होने के लिए 300 K पर 40 मिनट लगते हैं और 320 K पर 20 मिनट लगते हैं। अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा परिकलित कीजिए।