एक गति करता हुआ प्रोटॉन अपनी गति की दिशा में विद्युत् धारा प्रवाहित करवाता है। यदि कोई प्रोटॉन किसी चुबंकीय क्षेत्र में मुक्त गति करता है तो प्रोटॉन पर एक बल आरोपित होता है जो इस प्रोटॉन के वेग और संवेग को पप्रभावित करता है। फ्लेमिंग के वामहस्त नियम के द्वारा हम चुम्बकीय क्षेत्र में मुक्त गति क्र रहे प्रोटॉन के ऊपर लग रहे बल की दिशा का पता लगा सकते है।