किसी विद्यार्थी ने उत्तल लेंस का उपयोग करके मोमबत्ती की ज्वाला के प्रतिबिंब को सफेद पर्दे पर फोकसित किया। उसने मोमबत्ती, पर्दे तथा लेंस की स्थितियों को स्केल पर नीचे दिए अनुसार नोट किया: मोमबत्ती की स्थिति = 12.0 cm उत्तल लेंस की स्थिति = 50.0 cm पर्दे की स्थिति = 88.0 cm
उत्तल लेंस की फोकस दूरी क्या है?
यदि वह मोमबत्ती को 30.0 cm पर स्थानांतरित कर दे, तो प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा?
यदि वह मोमबत्ती को लेंस की ओर और अधिक स्थानांतरित कर दे, तो बनने वाले प्रतिबिंब की प्रकृति क्या होगी?
उपरोक्त प्रकरण (iii) में प्रतिबिंब बनना दर्शाने के लिए प्रकाश किरण आरेख खींचिए।
examplar-38
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माना उत्तल लेन्स की फोकस दूरी f है। बिम्ब की दूरी लेन्स के ध्रुव से नापनी चाहिए। मोमबत्ती (बिम्ब) की दूरी = उत्तल लेन्स की स्थिति - मोमबत्ती की स्थिति = 50 - 12 = 38 cm अब, चिन्ह परिपाटी के अनुसार, मोमबत्ती के प्रतिबिम्ब की दूरी v = +38 cm
लेन्स सूत्र द्वारा, $\frac{1}{v}-\frac{1}{u}=\frac{1}{f}$ $\frac{1}{f}=\frac{1}{38}-\frac{3}{-38}$ = $\frac{1}{19}$ $\therefore$ f = 19 cm उत्तल लेन्स की फोकस दूरी 19 cm है।
जब मोमबत्ती को लेन्स की ओर 31.0 cm पर स्थानांतरित किया जाता है तब बिम्ब की नई दूरी = उत्तल लेन्स की स्थिति - मोमबत्ती की स्थिति = 50 - 31 = 19 चिन्ह परिपाटी के अनुसार, u = -19 cm अब उत्तल लेन्स की फोकस दूरी = 19 cm इसका अर्थ यह है कि मोमबत्ती उत्तल लेन्स के फोकस पर रखी जाती है। अतः इसका प्रतिबिम्ब अनन्त पर बना है।
जब वह मोमबत्ती को लेन्स की ओर स्थानान्तरित करता है तब इसका अर्थ यह है कि मोमबत्ती उत्तल लेन्स के प्रकाशिक केन्द्र तथा फोकस के मध्य रखी जाती है। अतः मोमबत्ती का आवर्धित, आभासी तथा सीधा प्रतिबिम्ब बनेगा।
प्रतिबिम्ब के बनने का किरण-आरेख नीचे दिया गया है-
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लेंस की क्षमता की परिभाषा लिखिए। इसका मात्रक क्या है? कोई विद्यार्थी 50 cm फोकस दूरी का लेंस उपयोग करता है तथा दूसरा -50 cm फोकस दूरी का लेंस उपयोग करता है। इन लेंसों में प्रत्येक लेंस की प्रकृति तथा उसकी क्षमता क्या है?