कक्षा में चर्चा स्वयं करना है आपको । नहीं, मैं भारतीय इतिहास को समझने के इस तरीके से सहमत नहीं हूँ। धर्म के आधार पर किसी भू-भाग की शासन-व्यवस्था, आम जनता का जीवन या वहां के इतिहास को समझने ।
की कोशिश करना मेरी दृष्टि से गलत है। किसी कालखंड को धर्मों के आधार पर बाँटना मेरी दृष्टि से संकीर्ण विचारधारा है।