नहीं, साइकिल वितरण, पोशाक वितरण, मध्याह्न भोजन वितरण, छात्रवृत्ति वितरण के समय असमान व्यवहार का भाव नहीं झलकता है। इन सभी कार्यों के वक्त जैसे साइकिल देते, पोशाक देते वक्त छात्रों के जाति या रूप-रंग, अमीरी-गरीबी आदि को नहीं देखा जाता है। सभी छात्रों को एक समान की साइकिल और पोशाकें दी जाती हैं।
मध्याह्न भोजन के दौरान भी जात-पात के आधार पर अलग-अलग बैठाकर भोजन नहीं करवाया जाता है बल्कि सभी संप्रदाय के बच्चों को एक साथ, एक जगह बिठाकर एक ही तरह का भोजन कराया जाता है। भोजन बनाने वाला भी उच्च जाति का हो ये आवश्यक नहीं है। छात्रवृत्ति देने के दौरान भी जाति को नहीं देखा जाता है।