लोकतांत्रिक सरकारों में फैसले लेने में अधिक समय लगता है क्योंकि-
लोकतांत्रिक सरकारों को विधायिका का सामना करना होता है।
लोकतांत्रिक सरकारों को बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक नजरिये का ख्याल रखना पड़ता है।
लोकतंत्र में निर्णय बातचीत और मोल-तोल के आधार पर लिये जाते हैं।