मेंडल के प्रयोगों से कैसे पता चला कि विभिन्न लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगत होते हैं?
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मेंडेल के स्वतन्त्र वर्गीकरण के सिद्धांत के अनुसार विभिन्न लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगत होते है। मेंडेल ने इस सिद्धांत को देह्यब्रीड क्रॉस की मदद से सिद्ध किया जाता है।
देह्यब्रीड क्रॉस$-$ गोल और हरे बीज वाले पौधे का यदि झुर्रीदार पीले बीज वाले पौधे के साथ संकरण करवाया जाये तो $F_1$ पीढ़ी के सभी पौधे गोल और पीले बीज देते है क्योंकि बीज का गोल आकार और पीला रंग प्रभावी लक्षण होते है। फिर जब $F_1$ संतति के पौधे का स्वनिषेचन करवाकर $F_2$ पीढ़ी पैदा करवाई गयी तो पाया गया कि $F_2$ संतति के कुछ पौधे गोल और हरे बीज वाले बनते हैं तथा कुछ पौधे झुर्रीदार और पीले बीज वाले भी बनते हैं। इस तरह $F_2$ संतति के कुछ पौधे नए संयोजन प्रदर्शित करते हैं। इस तरह देह्यब्रीड क्रॉस में हमें $9 : 3 : 3 : 1$ का फेनोटिपिक अनुपात प्राप्त होता है।
परन्तु जब हम बीज के आकार और रंग के लक्षणों का स्वतन्त्र फेनोटिपिक अनुपात निकालते हैं तो हमें यह $3:1$ ही प्राप्त होता है जो मोनोह्यब्रीड क्रॉस के दौरान प्राप्त होता है। इस बात से यह सिद्ध होता है कि विभिन्न लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगत होते है।
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