(b) नलिका विहीन आवृतबीजी है वीन्टेरा, ट्राकोडेन्ड्रान इत्यादि। द्वितीयक वृद्धि कुछ अनावृतबीजी में नहीं होती है। वैसे तो आवृतबीजी स्वपोषी होते हैं लेकिन अन्य तरह के पोषण भी इनमें होते हैं जिनके आधार पर पौधे कई तरह के होते हैं। जैसे-
(a) मृतोपजीवी (Saprophytes) : नियोशिया
(b) परजीवी (Parasites) : अमरबेल (कस्कूटा)
(c) सहजीवी (Symbiotic) : माइकोराइजा
(d) कीटभक्षी (Insectivorous) : निपेन्थिस