(c) केंचुए के वृक्कक एवं काकरोज की मालपीझी नलिकाएं उत्सर्जी अंग है। केचुए का एक पूर्ण विकसित उत्सर्जन तंत्र होता है जिसमें अनेकों छोटी, कुंडलित, ग्रंथिल एवं खन्डात्मक रूप से आयोजित नलिकाएं होती है जिन्हें वृक्कक कहते हैं। काकरोच की मालपीझी नलिकाएं अत्याधिक महीन, पीली सी, अशाखित, सूत्रवत रचनाएं हैं जो मध्यांत्र एवं पश्चात् के बीच स्थित होती है।