(b) उदरीय भित्ती की संरचना सिद्धाततः वक्षीय भित्ती की तरह ही है। इनमें तीन परतें होती हैं - बाहरी, भीतरी और अंतस्थ। वाहिनियां और तंत्रिकाएं भीतरी और अंतस्थ परतों के बीच होती हैं। उदर को चतर्थाशों या नौ उदरीय भागों में विभाजित किया जा सकता है। इनमें से किसी भाग में महसूस की गयी पीड़ा उदरीय भित्ती से ही शुरु होती है जो कि चिकनी पेशियों से बना होता है।