(d) जैवरासायनिक ऑक्सीजन माँग : यदि एक लीटर जल में उपस्थित समस्त कार्बीनिक पदार्थ सूक्ष्मजीवों द्वारा ऑक्सीकृत किया जाता हो। अधिक जैवरासायिनिक ऑक्सीजन मांग का अर्थ जल के नमूने का अधिक प्रदूषित होता है। आसवनी संयत्र(distillary) के बहि : स्राव की जैव रासायनिक आक्सीजन माँग 40000 मिग्रा/ ली. जबकि कागज मिल व वाहित मल की क्रमशः 190 मिग्रा./ ली व 30 मिग्रा/ली है।