(c) मेंडल के प्रभाविता के नियम के अनुसार दो विपरीत लक्षणों वाले युग्मविकल्पी में से केवल एक ही लक्षण अपने आपको एक जीव में अभिव्यक्त करता है। जो कारक अपने को अभिव्यक्त करता है प्रभावी लक्षण कहलाता है जबकि दूसरा कारक जो विषमयुग्मजी जीव में अपने को अभिव्यक्त नहीं करता है उसे अप्रभावी लक्षण कहते हैं। इस प्रकार प्रश्न में दिये गये विकल्प (c) की व्याख्या प्रभाविता के नियम के आधार पर नही की जा सकती है। मेंडल के स्वतंत्र अपव्यूहन के नियम के अनुसार द्विसंकर क्रासों में लक्षणों के दो जोड़े लिए जाते हैं तो किसी एक जोड़े का लक्षण-विसंयोजन दूसरे जोड़े से स्वतंत्र होता है तथा वे युग्मक बनाने के समय पृथक होते हैं।