(d) कभी कभी पौधे के जीवन-चक्र में युग्मक संलयन तथा अर्द्धसूत्री विभाजन नहीं होते हैं और इनकी अनुपस्थिति में नये पौधे का निर्माण होता है जिसे एपोमिक्सिस कहते हैं। इसमें भ्रूण का विकास कुछ अन्य ऊतक से होता है जिसमें निषेचन नहीं होता है। जैसे न्यूसिलस या आवरण या अनिषेचित अंडे से होता हैं। न्यूसिलस द्विगुणित ऊतक होते है अतः यह भ्रूण एपोमिकटिक द्विगुणित होते हैं।