प्राकृतिक संसाधन- वे संसाधन जो हमें प्रकृति से प्राप्त होते हैं और अधिक संशोधन के बिना उपयोग में लाए जाते हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं। उदाहरण के लिए, पानी, हवा, मृदा, खनिज, वन आदि सभी प्राकृतिक संसाधन हैं।
संसाधनों का वर्गीकरण- सामान्यतः संसाधनों को तीन भागों में बाँटा जा सकता है- प्राकृतिक, मानव निर्मित तथा मानव संसाधन। इनका विस्तृत वर्णन निम्न प्रकार है-
(1) प्राकृतिक संसाधन- ये वे संसाधन होते हैं जिन्हें हम प्रकृति से प्राप्त करते हैं तथा बिना अधिक संशोधन के उपयोग में लेते हैं। प्राकृतिक संसाधनों को निम्न वर्गों में बाँटा जा सकता है-
(i) नवीकरणीय संसाधन- नवीकरणीय संसाधन वे प्राकृतिक संसाधन हैं जो शीघ्रता से नवीकृत अथवा पुनः पूरित हो जाते हैं, प्रायः इनकी मात्रा असीमित होती है।
(ii) अनवीकरणीय संसाधन- अनवीकरणीय संसाधन वे संसाधन हैं जिनका भण्डार सीमित है तथा उनके पुनः पूरित अथवा नवीकृत होने में हजारों वर्ष लग जाते हैं।
(2) मानव निर्मित संसाधन- लोग प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग पुल, सड़क, मशीन और वाहन बनाने में करते हैं जो मानव निर्मित संसाधन के नाम से जाने जाते हैं।
(3) मानव संसाधन- मनुष्य भी सबसे महत्त्वपूर्ण संसाधन है। यह अन्य सभी संसाधनों का अपनी शारीरिक एवं मानसिक क्षमता से कुशल उपयोग करता है। अधिक संसाधनों के निर्माण में समर्थ होने के लिए लोगों के कौशल में सुधार करना मानव संसाधन विकास कहलाता है।