समान त्रिज्याओं के दो गोलाकार चालकों B एवं C पर आवेश की मात्रा समान है तथा उन्हें एक- दूसरे से कुछ दूर रखने पर उनके बीच लगने वाला प्रतिकर्षण बल F है। उतनी ही त्रिज्या वाले एक अन्य अनावेशित चालक का संपर्क पहले B से कराते हैं और फिर C से संपर्क कराकर उसे हटा दिया जाता है। B तथा C के बीच लगने वाला बल अब कितना होगा