(a) कोशिकाद्रव्यी लक्षण वाले जीन, गुणसूत्रों में बाहर की तरफ होते हैं। कोशिका द्रव्य में वे, गुणसूत्रों जीनों की तरह अपने विशेषकों को अनुवांशिक करते हैं। युग्मनज निर्माण में, कोशिका द्रव्य माता के अण्डे से प्राप्त होता है। अतः कोशिकाद्रव्यी गुण मातृत्व दिशा से प्राप्त होते हैं अतः इसी कारण कोशिकाद्रव्यी अनुवांशिकता, मातृत्व अनुवांशिकता कहलाती है।