प्रत्यर्थ प्रौद्योगिकी क्या है?
[2008]
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(d) DNA अणु के भीतर दो रज्जुक होते हैं जो कि एक दूसरे के प्रतिसमांतर चलते हैं एक $5^{\circ} \rightarrow 3$ दिशा में एवं दूसरा $3^{\prime} \rightarrow 5^{\prime}$ दिशा में)। दोनों श्रृंखला के थाइमीन (एक पिरिमिडीन) के ठीक सम्मुख होत है। इसी प्रकार साइटोसीन (एक पिरिमिडीन) ग्वानीन (एक पिरिडीन) के सम्मुख होता हे। इसके फलस्वरूप बड़े आकार की प्यूरीन एवं लघुआकार की पिरिमिडीन के मध्य एक ताला-कुँजी प्रकार की व्यवस्था हो जाती है। हाइड्रोजन बंध के द्वारा इस व्यवस्था को प्रबलित किया जाता है।
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