सामान्यतः राष्ट्रीय विकास के अन्तर्गत इन तथ्यों के विषय में विचार किया जाता है कि क्या सभी विचारों को बराबर का महत्त्व दिया जा सकता है? यदि परस्पर विरोधी विचार हैं तो निर्णय कैसे किया जाएगा? सभी के लिए न्यायपूर्ण और सही राह क्या होगी? कार्य करने का क्या कोई बेहतर तरीका भी है? आदि।