साबुन की सफ़ाई प्रक्रिया की क्रियाविधि समझाइए।
Exercise-15
Download our app for free and get startedPlay store
साबुन के अणु ऐसे होते है जिनके दोनों सिरों के विभिन्न गुणधर्म होते है इसमें दो सिरे होते है एक जल विरोधी तथा दूसरा जलारागी। जल विरोधी सिरा कपड़ों में लगी मैल के साथ चिपक जाता है परन्तु जलारागी सिरा जल के अणुओं से चिपक जाता है। इसी संरचना को झाग $($मिसेल$)$ कहते है। इस झाग में साबुन के अणु एक गोलाकार आकार में व्यवस्थित होते है।
इसका ध्रुवीय भाग $\ce{COONa^+}$ होता है।
art

Download our app
and get started for free

Experience the future of education. Simply download our apps or reach out to us for more information. Let's shape the future of learning together!No signup needed.*

Similar Questions

  • 1
    जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिसेल का निर्माण क्यों होता है? क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में भी मिसेल का निर्माण होगा।
    View Solution
  • 2
    एथेन का आण्विक सूत्र $- \ce{C2H6}$ है। इसमें $:-$
    View Solution
  • 3
    क्या आप डिटरजेंट का उपयोग कर बता सकते हैं कि कोई जल कठोर है अथवा नहीं?
    View Solution
  • 4
    संतृप्त और असंतृप्त कार्बन के बीच रासायनिक अंतर समझने के लिए एक परीक्षण बताइए।
    View Solution
  • 5
    खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है तो इसका मतलब है कि:-
    View Solution
  • 6
    ब्यूटेनॉन चार कार्बन परमाणुओं वाला यौगिक है जिसका प्रकार्यात्मक समूह:-
    View Solution
  • 7
    यदि आप लिटमस पत्र (लाल एवं नील) से साबुन की जाँच करें तो आपका प्रेक्षण क्या होगा?
    View Solution
  • 8
    लोग विभिन्न प्रकार से कपड़े धोते हैं। सामान्यतः साबुन लगाने के बाद लोग कपड़े को पत्थर पर पटकते हैं, डंडे से पीटते हैं, ब्रुश से रगड़ते हैं या वाशिंग मशीन में कपड़े रगड़े जाते हैं। कपड़ा साफ़ करने के लिए उसे रगड़ने की क्यों आवश्यकता होती है?
    View Solution
  • 9
    समजातीय श्रेणी क्या है? उदाहरण के साथ समझाइए।
    View Solution