(c) सिनैप्सिस (या सिन्डेसिस) दो समजात गुणसूत्रों का युग्मन है जो कि अर्धसूत्रीय विभाजन की पूर्वावस्था$I$ ( जाइगोटीन अवस्था) में होता है। दो गुणसूत्र एक साथ गति करते हुए लंबाई में कुछ बिन्दुओं पर युग्मन करते हैं और एक दूसरे के बगल में रहते हैं इसके परिणामस्वरूप जो संरचना बनती है उसे बाइवेलेन्ट कहते हैं।
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अर्बसूत्री विभाजन की घटनाओं को सटी क़म में व्यवस्थित कीजिए- (A) क़ासिंग ओवर (जीन विनिमय) (B) सिनैप्सिस (सूत्र्युग्मन) (C) काएज्मेटा का अंत (D) केंद्रिका का अदृश्य होना
नीचे दिये जा रहे योजना आरेख में कोशिका चक्र प्रावस्थायें/ अवस्थाएं क्रमबद्ध रूप में बतायी गयी हैं। बताइये कि निम्नलिखित में से किस एक में काशिका-चक्र की प्रावस्था/अवस्था सही बतायी गयी है :