संधारित्र किसे कहते हैं? इसके सिद्धान्त के समझाइए। संधारित्रों के समान्तर क्रम तथा श्रेणीक्रम में संयोजन के लिए सूत्र ज्ञात कीजिए।### संधारित्र को परिभाषित कीजिए। इसके श्रेणीक्रम एवं समान्तर क्रम संयोजन में परिणामी धारिता का सूत्र स्थापित कीजिए। आवश्यक परिपथ चित्र भी बनाइए।### संधारित्र को परिभाषित कीजिए। इसकी धारिता को हम किस प्रकार से बढ़ा सकते हैं? संधारित्रों के समान्तर क्रम तथा श्रेणीक्रम में संयोजन के लिए सूत्र की स्थापना कीजिए।
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स्वप्रयत्न
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विद्युत धारिता की परि भाषा लिखिए। एक समान्तर पट्ट संधारित्र को प्लेटों के बीच परावैद्युतांक का माध्यम भरा हुआ है। इसकी धारिता का व्यंजक प्राप्त कीजिए। आवष्यक चित्र बनाइए।
किसी चालक की धारिता किसे कहते हैं? इसका मात्रक क्या होता है? किसी विलगित गोलीय चालक की धारिता के लिए सूत्र ज्ञात कीजिए। धारिता और त्रिज्या के मध्य ग्राफ खर्खीचिये यदि गोलीय चालक को परावैधुतांक$\epsilon_{ r }$ में रख दिया जाये तो धारिता के मान पर क्या प्रभाव पड़ेगा?### यदि एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्रत्येक चालक प्लेट का क्षेत्रफल A है तथा उनके बीच पृथक्कन d है, तो इसकी धारिता का सूत्र व्युत्पन्न कीजिए।
सिद्ध कीजिए कि किसी संधारित्र में संचित ऊर्ज का मान $\frac{1}{2} \frac{Q^2}{C}$ होता है और विधुत क्षेत्र का ऊर्जा घनत $u =\frac{1}{2} \epsilon_0 E ^2$ होता है।
एक परीक्षण आवेश q > 0 मूल बिन्दु पर स्थित आवेश Q> 0 के कारण उस पर लगे प्रतिकर्षी बल के विरुद्ध बिन्दु A से बिन्दु B तक ले जाने में किये गये कार्य की गणना कीजिए।