संघटनों के संपूर्ण परास में बेन्जीन तथा टॉलूईन आदर्श विलयन बनाते हैं। 300 K पर शुद्ध बेन्जीन तथा टॉलूईन का वाष्प दाब क्रमश: 50.71 mm Hg तथा 32.06 mm Hg है। यदि 80 g बेन्जीन को 100 g टॉलूईन में मिलाया जाये तो वाष्प अवस्था में उपस्थित बेन्जीन के मोल-अंश परिकलित कीजिए।
Exercise - 2.38
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$2$ लीटर जल में $25 ^\circ C$ पर $K_2SO_4$ के $25\ mg,$ को घोलने पर बनने वाले विलयन का परासरण दाब, यह मानते हुए ज्ञात कीजिए कि $K_2SO_4$ पूर्णतः वियोजित हो गया है।
ऐस्कॉर्बिक अम्ल $($विटामिन $C, C_6H_8O_6)$ के उस द्रव्यमान का परिकलन कीजिए, जिसे $75\ g$ ऐसीटिक अम्ल में घोलने पर उसके हिमांक में $1.5^\circ C$ की कमी हो जाए। $K_f = 3.9 K \ kg\ mol^{-1}$
$CH_2FCOOH$ के $19.5\ g$ को $500\ g\ H_2O$ में घोलने पर जल के हिमांक में $1.0 ^\circ C$ का अवनमन देखा गया। फ्लुओरोएसीटिक अम्ल का वान्ट हॉफ गुणक तथा वियोजन स्थिरांक परिकलित कीजिए।
यदि किसी झील के जल का घनत्व $1.25\ g\ mL^{-1}$ है तथा उसमें $92\ g\ Na^+$ आयन प्रति किलो जल में उपस्थित हैं। तो झील में $Na^+$ आयन की मोलरता ज्ञात कीजिए।
एक वैद्युतअनअपघट्य के $1.00\ g$ को $50\ g$ बेन्जीन में घोलने पर इसके हिमांक में $0.40\ K$ की कमी हो जाती है। बेन्जीन का हिमांक अवनमन स्थिरांक $5.12 K \ kg\ mol^{-1}$ है। विलेय का मोलर द्रव्यमान ज्ञात कीजिए।
$298\ K$ पर शुद्ध जल का वाष्पदाब $23.8\ mm\ Hg$ है। $850\ g$ जल में $50\ g$ यूरिया $(NH_2CONH_2)$ घोला जाता है। इस विलयन के लिए जल के वाष्पदाब एवं इसके आपेक्षिक अवनमन का परिकलन कीजिए।