सोडियम वाष्प लैम्प से जो स्पैक्ट्रम मिलेगा वह उदाहरण है
[1995]
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(c) सोडियम वाष्प लैम्प से मिलने वाला स्पैक्ट्रम उत्सर्जन स्पैक्ट्रम है।
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निम्न स्तर पर $H _2$ अणु की त्रिज्या $5.3 \times 10^{-11}$ मी है। एक इलैक्ट्रॉन के टकराने से त्रिज्या $21.2 \times 10^{-11}$ मी हो जाती है। मुख्य क्वाण्टम संख्या होगी $-$
$\frac{1}{2} m v^2$ ऊर्जा का एक अल्फा कण-नाभिक, $Z e$ आवेश के एक भारी नाभिकीय लक्ष्य पर टकराता है। अल्फा-नाभिक के लिये समीपतम पहुँचने की दूरी, निम्नांकित में किसके अनुक्रमानुपाती होगी?
जब द्रव्यमान ' $m$ ' तथा वेग ' $v$ ' से गतिमान कोई $\alpha$ कण 'Ze' आवेश के किसी भारी नाभिक पर बमबारी करता है, तो उसकी नाभिक से निकटतम उपगमन की दूरी, $m$ पर इस प्रकार निर्भर करती है :
किसी हाइड्रोजन परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन, पहले तृतीय उत्तेजित अवस्था से द्वितीय उत्तेजित अवस्था में, और फिर द्वितीय उत्तेजित अवस्था से प्रथम उत्तेजित अवस्था में संक्रमण करता है। इन दो दशाओं में उत्सर्जित तरंगदैध्य्यो का अनुपात $\lambda_1: \lambda_2$ होगा :