स्थिरक्वाथी मिश्रण में उपस्थित अवयवों को प्रभाजी आसवन द्वारा पृथक् नहीं किया जा सकता। क्यों?
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स्थिर क्वाथी मिश्रण में उपस्थित अवयव निश्चित अनुषा में होते हैं जो निश्चित ताप पर एक साथ उबलते हैं, अतः इन्हें प्रभाव आसवन द्वारा पृथक् नहीं किया जा सकता।
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दो ग्राम शर्करा को 100 ग्राम जल में घोलने पर विलयन X तथा 2 ग्राम यूरिया को 100 ग्राम जल में घोलने पर विलयन Y प्राप्त होता है तो किस विलयन में क्वथनांक उन्नयन अधिक होगा तथा क्यों?