टॉमस मेकाले भारत में अंग्रेजी शिक्षा शुरू करना चाहते थे। उनका मानना था कि भारतीय शास्त्र अवैज्ञानिक और गलत सूचनाओं से भरे पड़े हैं। इसलिए पुरातन भारतीय शिक्षा पर इंग्लैंड का पैसा खर्च करना अनुचित है। उनका मानना था कि भारतीयों को व्यावहारिक जीवन की शिक्षा देनी चाहिए। उन्हें यह बताना आवश्यक है कि इंग्लैंड एवं अन्य यूरोपीय देश किस प्रकार एवं तकनीकी शिक्षा का प्रसार भारत में भी जरूरी है जो अंग्रेजी शिक्षा के माध्यम से ही मिल सकती है।