(c) यह सबसे अन्दर की, एक कोशा मोटी तथा स्तम्भाकार एपिथीलियल (उपकला) कोशिकाओं की बनी होती है। ये आधार पर स्थित होती हैं। ये कोशिकाएं सक्रिय होती हैं तथा समसूत्री विभाजन द्वारा नयी कोशिकाएं उत्पन्न करती हैं, इसलिए इन्हें जरमिनेटिव परत या अंकुरण परत कहते हैं। इन कोशाओं में विभाजन की दर निद्रा या आराम के समय अधिक होती है जबकि पेशीय सक्रियता तथा तनाव की दशा में कम होती है।